- July 9, 2020
Inside pics ! फ़िल्म दिल बेचारा ! सुशान्त की जिंदगी का वो आखिरी गाना जिसे फराह खान ने किया कोरियोग्राफ , बहुत ही जल्द होगा रिलीज!
फ़िल्म दिल बेचारा का टाइटल ट्रैक रिलीज के लिए तैयार हैं।जी हा दिवंगत सुशान्त सिंह राजपूत और संजना सांघी पर फिल्माया गया ये गाना अपने आप में बहुत खास हैं क्योंकि इस गाने की शूटिंग एक शॉट में की गयी और सुशान्त की जिंदगी का ये गाना आखिरी हैं जिसमे वो थिरकते और अपना प्यार लुटाते नजर आएंगे। गाने की रिलीज पर डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा कहते हैं कि ‘ दिल बेचारा टाइटल ट्रैक मेरा पसंदीदा ट्रैक हैं। ये वो आखिरी गाना हैं जिसे सुशान्त ने शूट किया। मुकेश जी ने बताया कि ये गाना फराह खान ने कोरियोग्राफ किया हैं, जिन्होंने इस गाने की रिहर्सल एक दिन की और दूसरे दिन सिर्फ एक शॉट में गाना कम्पलीट किया। बेहतरीन डांसर होने के नाते गाने में सुशान्त की पेरफॉरमेंस बेहद सरल और सहज लग रही हैं। फराह दी ने इस गाने के लिए कोई शुल्क नही लिया हैं”,।
पहली बार सुशांत के साथ अपने अनुभव के बारे में फराह खान कहती है “यह गीत मेरे लिए इसीलिए खास है,क्योंकि ये पहली बार था जब मैंने सुशांत को कोरियोग्राफ किया था.हम लंबे समय से दोस्त तो थे लेकिन कभी भी एक साथ काम नहीं किया.मैंने मुकेश छाबड़ा से यह वादा भी किया था कि वह जब अपने निर्देशन की शुरुआत करेंगे तो मैं उनकी फिल्म में एक गीत जरूर करूंगी। मैं चाहती थी कि गाना, एक ही शॉट में पूरा हो जाये क्योंकि मैं सुशान्त के डांसिंग गुणों से अवगत थी।वो एक बार हमारे रियालिटी शो में सेलेब्रेटी जज बनकर आये ,जहा उन्होंने प्रतियोगियों से भी ज्यादा अच्छा डांस किया। हमने एक दिन पूरी गाने की रिहर्सल की और फिर आधे दिन में पूरा गाना एक शॉट में कम्पलीट किया।गाने को इतने बेहतरीन ढंग से जल्द ही पूरा करने के बदले सुशान्त मुझसे मेरे घर से स्वादिस्ट खानों की फरमाइश करते थे जो मैं उनके लिए हमेशा लेकर आती थी।
मैं गाने को देखती हूं तो महसूस होता हैं कि सुशान्त कितने खुश लग रहे थे उसमे। ये गाना इसीलिए मेरे लिए बहुत खास हैं”,।
इतना ही नही मुकेश से अपने बॉन्डिंग पर फराह कहती हैं कि” मुकेश और मेरा रिश्ता बहुत खास है। वो मुझे दीदी कहकर बुलाते हैं , मैं उसे अपना छोटा भाई मानती हूं हम 5 साल पहले मिले थे तो जब उन्होंने मुझे अपने फ़िल्म में गाने कोरियोग्राफ करने के लिए पूछा बिना एक सेकंड सोचे मैंने हामी भरी क्योंकि उनके इस सफर में मेरी हिस्सेदारी भी होनी जरूरी हैं।